राजस्थान सरकार ने अनाथ और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस नई योजना, Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana, के तहत योग्य बच्चों को ₹5000 प्रति माह की वित्तीय सहायता दी जाएगी, ताकि वे अपनी शिक्षा और कौशल विकास को आगे बढ़ा सकें। यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलायी जा रही है और इसका उद्देश्य राज्य के कमजोर बच्चों को सशक्त बनाना है।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना क्या है?
23 अगस्त 2022 को राजस्थान सरकार ने Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana की शुरुआत की, जो खासतौर पर उन बच्चों के लिए है जिन्होंने दोनों माता-पिता को खो दिया है और अब वे किसी रिश्तेदार या संरक्षक के साथ रह रहे हैं। इस योजना के तहत, सरकार इन बच्चों को हर महीने ₹5000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
यह योजना 18 वर्ष से ऊपर के बच्चों को भी जारी रखने के लिए लागू की गई है, ताकि वे अपनी पढ़ाई और अन्य कौशलों को जारी रख सकें।
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana के उद्देश्य
- वित्तीय सहायता अनाथ बच्चों को ₹5000 प्रति माह दिया जाएगा, ताकि वे अपनी शिक्षा और जीवन यापन में सहायता प्राप्त कर सकें।
- कौशल विकास 18 वर्ष से ऊपर के बच्चों को उनकी पढ़ाई और व्यावासिक प्रशिक्षण के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
- पोस्ट-केयर सहायता बाल देखरेख संस्थाओं से बाहर निकलने वाले बच्चों के लिए आर्थिक, शैक्षिक और व्यावासिक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana Eligibility
- आवेदक को अनाथ होना चाहिए (दोनों माता-पिता की मृत्यु हो चुकी हो)।
- बच्चा किसी रिश्तेदार या संरक्षक के साथ रह रहा हो।
- आवेदक राजस्थान का निवासी हो।
- बच्चे को कम से कम 5 साल तक बाल देखरेख संस्था में रहना चाहिए।
- 18 वर्ष से ऊपर के बच्चों को पढ़ाई या कौशल विकास के लिए सहारा दिया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana Benefits
- मासिक वित्तीय सहायता हर महीने ₹5000 की आर्थिक सहायता, जो बच्चों की शिक्षा और जीवन यापन के लिए उपयोग की जाएगी।
- कौशल विकास प्रशिक्षण बच्चों को फ्री में व्यावासिक प्रशिक्षण मिलेगा जैसे कि पॉलिटेक्निक, ITI, पैरामेडिकल, नर्सिंग, होटल मैनेजमेंट, आदि।
- इंटर्नशिप और रोजगार अवसर योग्य बच्चों को इंटर्नशिप के लिए अवसर मिलेगा और साथ ही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
- पढ़ाई में मदद NEET, JEE, CLAT जैसी प्रवेश परीक्षाओं के लिए बच्चों को वित्तीय सहायता दी जाएगी।
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana के लिए आवेदन कैसे करें
- आधिकारिक Bal Ashirwad Yojana पोर्टल पर जाएं।
- Apply Online Option पर क्लिक करें और आवेदन पत्र भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, बैंक विवरण, और शैक्षिक प्रमाण पत्र अपलोड करें।
- आवेदन पत्र सबमिट करें या फिर जिला कार्यक्रम अधिकारी या महिला बाल विकास विभाग से मदद लें।
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana के आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- पैन कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- शैक्षिक प्रमाण पत्र
- कोर्स फीस रसीद (यदि लागू हो)
निष्कर्ष
Mukhyamantri Bal Ashirwad Yojana अनाथ बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर देती है। इस योजना के तहत बच्चों को वित्तीय सहायता, कौशल विकास, और शिक्षा की मदद मिलती है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आज ही आधिकारिक पोर्टल पर जाएं और आवेदन करें।
FAQs
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के लिए योग्यता क्या है?
आवेदक को अनाथ होना चाहिए (दोनों माता-पिता की मृत्यु हो चुकी हो)।
बच्चा किसी रिश्तेदार या संरक्षक के साथ रह रहा हो।
आवेदन करने वाला बच्चा राजस्थान का निवासी होना चाहिए।
क्या 18 वर्ष से अधिक आयु के बच्चे भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
जी हां, 18 वर्ष से ऊपर के बच्चे भी योजना का लाभ उठा सकते हैं, और उन्हें शिक्षा तथा कौशल विकास के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
राजस्थान में मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना क्या है?
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना राजस्थान राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य अनाथ और कमजोर बच्चों को वित्तीय सहायता और शिक्षा में मदद प्रदान करना है। इस योजना के तहत अनाथ बच्चों को ₹5000 प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाती है, ताकि वे अपनी शिक्षा और कौशल विकास को आगे बढ़ा सकें।
बाल आशीर्वाद योजना कब शुरू हुई थी?
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना 23 अगस्त 2022 को राजस्थान राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य अनाथ बच्चों की शिक्षा और जीवन को सशक्त बनाना है और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है।