Ek Bigha Jamin par milne wala loan आपकी जमीन की लोकेशन, बाजार मूल्य और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। आमतौर पर जमीन की कीमत का 80% से 90% तक लोन दिया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर जमीन की कीमत 10 लाख रुपये है, तो आपको 8 लाख से 9 लाख रुपये तक लोन मिल सकता है।

शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अंतर
शहरी इलाकों, मुख्य सड़क या हाईवे के पास की जमीन की कीमत ज्यादा होती है, जिससे लोन की राशि भी अधिक होती है।
- ग्रामीण इलाकों में: जमीन की कीमत कम होने के कारण लोन की राशि कम हो सकती है।
- शहरी इलाकों में: बेहतर लोकेशन के कारण 15 लाख से 20 लाख रुपये तक का लोन संभव है।
लोन की रकम कैसे तय होती है?
लोन की रकम जमीन की कुल कीमत और निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करती है:
- जमीन का बाजार मूल्य:
- सामान्यतः जमीन की कीमत का 50% से 75% तक लोन मिलता है।
- लोकेशन:
- मुख्य सड़क, हाईवे या शहरी क्षेत्र में जमीन हो तो लोन की रकम अधिक होती है।
ज़मीन पर लोन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
स्व-रोज़गार आवेदकों के लिए
- भरा हुआ आवेदन पत्र।
- पहचान प्रमाण (पैन कार्ड/आधार कार्ड)।
- निवास और कार्यालय का पता प्रमाण।
- पिछले तीन वर्षों की आय रिटर्न।
- बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने)।
- संपत्ति के स्वामित्व का प्रमाण (जमीन की रजिस्ट्री)।
- जल, नगरपालिका कर, और अन्य भुगतान रसीद।
नौकरीपेशा आवेदकों के लिए
- भरा हुआ आवेदन पत्र।
- पहचान प्रमाण (पैन कार्ड, आधार कार्ड)।
- नवीनतम तीन महीने की सैलरी स्लिप।
- पिछले 3 वर्षों का फॉर्म 16।
- बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने)।
- संपत्ति की रजिस्ट्री।
जमीन पर लोन के फायदे
- कम ब्याज दर: यह सुरक्षित लोन होने के कारण ब्याज दर अन्य लोन की तुलना में कम होती है।
- लंबा चुकाने का समय: आपको लोन चुकाने के लिए अधिक समय मिलता है।
- जमीन का उपयोग जारी रहता है: लोन लेने के बाद भी आप जमीन से आय प्राप्त कर सकते हैं।
- अच्छी राशि उपलब्ध: प्रॉपर्टी के बदले बेहतर लोन अमाउंट मिलता है।
- क्रेडिट स्कोर का कम महत्व: बैंक क्रेडिट स्कोर को ज्यादा महत्व नहीं देती।
निष्कर्ष
1 बीघा जमीन पर लोन लेना आसान और फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते आपके पास सही दस्तावेज़ हों। आपकी जमीन की कीमत और लोकेशन लोन की राशि निर्धारित करती है। अगर आप शहरी इलाके में प्रॉपर्टी रखते हैं, तो आपको ज्यादा लाभ मिल सकता है।